नई दिल्ली / मधुविहार थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुलिस की शह में रह रहे संदिग्ध अपराधियों ने गली में दहशत का माहौल बना रखा है। पत्रकार के विरोध करने पर अभद्रता से बातचीत करते हैं। राष्ट्रीय हिंदी न्यूज़ पेपर न्यूज़ लुक ईयर सम्पादक एस. के. आज़ाद समालोचक स्वतंत्र पत्रकार घटनास्थल से 10:17 पर कंट्रोल रूम डायल 112 पर कम्प्लेन्ट कर पुलिस को सूचना दी, लेकिन घटनास्थल पर पुलिस नहीं पहुँचती है। कुछ समय पश्चात 8505801734 सब इंस्पेक्टर प्रभात को सूचित कर बुलाते हैं सब इंस्पेक्टर का जवाब होता है, मैं लड़की चैन स्कैचिंग के मामले में व्यस्त हूँ, मामले को सुनकर हीला हलाली कर देते हैं। जिससे संदिग्ध अपराधियों का खौफ और भी बेखौफ़ हो जाता है। संदिग्ध अपराधी जगदीश उर्फ जग्गू , विनीत उर्फ बंगरू निवासी वेस्ट विनोद नगर नई दिल्ली जो इस मामले से पहले 2009 में भी इन दोनों के खिलाफ कार्यवाही हो चुकी है, और जेल भी जा चुके हैं। 2022 में असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर महिपाल धामा सम्बंधित रिपोर्ट की झूठी रिपोर्ट बनाकर मामले की तहकीकात नहीं की। पुलिस की सह पाकर अपराधियों की दहशत और भी बुलन्द होती जा रही है। पत्रकारों की जान से बढ़कर पुलिस को चैन स्कैचिंग मामले ज्यादा जरूरी नजर आते हैं अर्थात पुलिस प्रसाशन की लापरवाही से चलते पत्रकारों की हत्यायें हो जाती हैं। कलम के सिपाही शहीद हो जाते हैं पुलिस प्रसाशन का मान सम्मान और भी बढ़ जाता है यही हमारे देश का सबसे बड़ा दुर्भाग्य है।
रिपोर्ट - मनोज शर्मा
विशेष संवाददाता - उत्तरप्रदेश एवं दिल्ली
हिन्दुस्तान क्राइम न्यूज़